राजस्थान का अजमेर जिला म ऐर कन्ने का इलाका म घणाई मनक मेरवाड़ी भासा बोले हे। मेरवाड़ी मनक अजमेर ऐर नागौर जिला म जादा देकबा म मले हे। राजस्थान म अजमेर संस्कृति ऐर हीक की खास ठोड़ हे। ओ इलाको एक छोकी ठोड़ का हरुप म पकड़ राके हे जिका नराई कारण हे। ब्रितानी अंगरेज मनक ब्याँका मान्योड़ा मेयो कोलेज केति अजमेर ने ई चुण्यो जो भारत म मान्योड़ो इस्कूल हे। अजमेर तीरत करबा की एक ठोड़ हे जटे मुसलमान मनकाँ की दरगा हे ऐर बरमा को एकाएक मन्दर पुष्कर म हे। हेर म रेबावाळा नराई मेरवाड़ी मनक नराई धंदाऊँ जुड़्योड़ा हे ऐर गाँव म ब्याँकी कमाई बेस खेतीई हे। कोई 150 बरस पेली स्काटलैंड का मिसनरी अजमेर आया ऐर बे अटे छोका हमच्यार परचार को काम कर्यो। इ इलाका म अबँ आपाँ नरीई मिसनरी संस्थावाँ ने काम करतोड़ो देक सका हाँ। फेर बि थोड़ाक मनक ई छोका हमच्यार दिनअ फर्या।
भारत म पुष्कर को मेळो घणोई मान्योड़ो मेळो हे जो अजमेर म पुष्कर गाँव म हेवे हे। घोड़ा, ऊँट, गाय ऐर बळद बेचबा के अलावा अटे जबरजस्त उँटगाडी दौड़ ऐर सांस्कृतिक पोगराम देच्या जा सके हे।
जनसंख्या: लगेबगे 5,890,795 (58 लाख -2014 का हस्याबऊँ)
साक्षरता: लगेबगे 70%
बाइबल स्तर: मत्ती, मरकुस, लूका ऐर यूहन्ना का छोका हमच्यार ऐर फ़िलेमोन की पत्री तियार हे ऐर बाइबल की दूजी कताबाँ पराँ काम चाल रियो हे।